सा
माजिक कार्यकर्ता बी के माला ने कोरोना उपचार कर मृतक स्वास्थ्य कर्मियों को शहीद का दर्जा दिलाने मुख्यमंत्री के नाम रीवा संभाग कमिश्नर को सौंपा ज्ञापन
हरित प्रवाह संपादक अमर मिश्रा- जिले में सामाजिक कार्यकर्ता एडवोकेट बीके माला ने मुख्यमंत्री के नाम रीवा संभाग कमिश्नर को ज्ञापन सौंपते हुए मांग किए हैं कि कोविड-19 के तहत स्वास्थ्य विभाग में उपचार करते तथा सेवा देते समय यदि चिकित्सक नर्स व अन्य अधिकारी-कर्मचारी कोरोना पाजिटिव होंने के दौरान उनकी मृत्यु होती है तो उन्हें सम्मान के रूप में प्रदेश व केंद्र सरकार का सम्मान निधि के रूप में शहीद का दर्जा दिया जाए । समूचे देश के स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर चिकित्सक नर्स व अन्य अधिकारी कर्मचारी की भूमिका इस महामारी में अहम है क्योंकि जो कोरोना के उपचार हेतु आते हैं उनके उपचार करते-करते चिकित्सा व अन्य स्टाफ प्रभावित हो जाते हैं तथा ऐसी स्थिति में कोरोना के मरीज के उपचार के दौरान चिकित्सक भी संक्रमण में आ जाते और इलाज करते करते ठीक नहीं हो पाते और आखिरकार अकारण ही काल के गाल में समा जाते हैं जिस तरह सीमा सुरक्षा बल हमारे देश की रक्षा में पूरी निष्ठा ईमानदारी के साथ अपनी जान जोखिम में डालकर हम सब की रक्षा कर रहे हैं उसी प्रकार से स्वास्थ्य अधिकारी कर्मचारी अपनी जान जोखिम में डालकर अपने स्वास्थ्य की परवाह किए बिना ही जनमानस के बचाव व सुरक्षा हेतु लगे रहते है और इलाज करते करते शहीद हो जाते हैं तो उन्हें शहीद का सम्मान उनके परिवार को प्रदेश के सरकार एक सम्मान स्वरूप स्वास्थ्य निधि तथा उनके परिवार को एक शाश्कीयकी सेवा कर्मचारी व उनके पुत्र पुत्री को मेडिकल कॉलेज में तथा अधिकारी कर्मचारी के पुत्र पुत्रियों को मेडिकल व अन्य पढ़ाई में निशुल्क पढ़ाई एडमिशन कराया जाए एवं उनके माता-पिता की आजीवन निशुल्क उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए उन्हें पुत्र के शहीद होने पर इस भयावह महामारी में अनवरत सेवा दे रहे चिकित्सक व अधिकारी कर्मचारी को केंद्र सरकार तथा राज सरकार शहीद व अन्य सुविधा सम्मान व सहयोग शिक्षा निधि तथा निशुल्क शिक्षा की व्यवस्था सुनिश्चित करने पर विचार करें ।