हरित प्रवाह समाचार पत्र
सज्जन सिंह
ग्राम रोजगार सहायक ग्राम पंचायत मउबगदरा की सेवा समाप्ति।
रीवा जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी स्वप्निल वानखेड़े के सामने भ्रष्टाचारी खड़े भी नहीं हो पा रहें हैं।ऐसा लगता है जैसे सीईओ जिला पंचायत ने ग्राम पंचायतों से भ्रष्टाचार को जड़ से उखाड़ फेंकने कि कसम खाई है।जब से रीवा जिला पंचायत के सीईओ का पद भार ग्रहण किया है तभी से ताबड़तोड़ कार्यवाही जारी है। जिस तरह काला हिट घरों के कोनो से ढूंढ कर मच्छरों की सफाई करता है ठीक उसी तरह जिला पंचायत सीईओ स्वप्निल वानखेड़े रीवा जिले की समस्थ जनपद पंचायतों के अंतर्गत प्रत्येक ग्राम पंचायतों से भ्रष्टाचार में लिप्त सचिवों एवं ग्राम रोजगार सहायकों को ढूंढ ढूंढ उनकी सेवा समाप्त कर रहें हैं। पहली बार रीवा जिला वासियों को ऐसा जिला पंचायत सीईओ प्राप्त हुआ है। समाचार पत्रों में प्रकाशित सूचना को मुख्यकार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत रीवा स्वप्निल वानखेड़े द्वारा संज्ञान में लेते हुए शिकायत की जाँच के निर्देश दिए गए।
जाँच प्रतिवेदन एवम स्थल निरीक्षण अनुसार रोज़गार सहायक द्वारा मेढ़ बंधान में बिना कार्य के फ़र्जी रूप से अपने रिश्तेदारों के नाम मस्टर निकाल कर भुकतान करना पाया गया।
रोजगार सहायक (प्रभारी सचिव) प्रकाश मिश्रा ग्राम पंचायत मउबगदरा जनपद पंचायत मउगंज को बिना कार्य के राशि आहरण किया जाने एवं वित्तीय अनियमितता का दोषी पाये जाने पर तत्काल प्रभाव से संविदा सेवा_समाप्त कर दी गई है। साथ ही प्रकाश मिश्रा को 7 दिवस में उक्त दुरुपयोग की गयी राशि को शासन के खाते में जमा किये जाने हेतु आदेशित किया गया है।
उक्त शिकायत में बरती गई अनियमितता भुकतान के संबंध में उपयंत्री एवं सहायक यंत्री को कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया गया हैं।